Modern History (1857-1947)Part-2 गरमपंथी/उग्रवादी चरण(1905-1917)



► 1905 - बंगाल में बढ़ते राष्ट्रवाद को देखते हुवे 20 जुलाई 1905 को बंगाल के गवर्नर लॉर्ड कर्जन ने बंगाल के विभाजन की घोषणा कर दी |

                         

• जिसके विरोध में 7 अगस्त 1905 को कोलकत्ता में स्वदेशी आंदोलन (बंग-भंग) आरम्भ किया गया |  

• जिसका नेतृत्व सुरेन्द्र नाथ बेनर्जी कर रहे थे |

• फिर भी 15 अक्टूबर 1905 को बंगाल का विभाजन कर दिया गया |

► 1906  -

•1906 में आगा खा और सलीम मुल्लाह खा ने बांग्लादेश के ढाका में मुस्लिम लीग की स्थापना कर दी |

• जिसका संविधान कराची में बना और पहली मीटिंग अमृतसर में आयोजित की गई थी |

► 1907 -

•1907 में कांग्रेस का सूरत अधिवेशन आयोजित किया गया | इस अधिवेशन की अध्यक्षता रासबिहारी बॉस ने की थी |

• इसमें कांग्रेस नरम दल और गरम दल में बट गई |

► 1908 - 1910 -

• 1910 तक कई क्रांति कारी गतिविधि चली और कई क्रांतिकारी ने बलिदान दिया ,

• पहले युवा क्रांतिकारी - खुदीराम बोस

• पहले युवा मुस्लिम क्रांतिकारी -  असफाख उल्लाह खा

► 1911 -

• लॉर्ड हार्डिंग बंगाल का गवर्नर जनरल बना ,और गवर्नर जनरल बनते ही बंगाल का विभाजन रद्द कर दिया | और भारत की राजधानी कोलकत्ता से दिल्ली बनाने की घोषणा कर दी |

 1912- भारत की राजधानी कोलकत्ता से दिल्ली बना दी गई |

► 1913 - 

• लाला हरदयाल ने सेनफ्रांसिस्को में गदर पार्टी की स्थापना कर दी |

• इस पार्टी का मुख्य उदेश्य क्रन्तिकारी गतिविधियों को सक्रीय करना था   और इस पार्टी के प्रथम अध्यक्ष सोहन सिंह भाखनाथ थे |

► 1916 -

► 1917 - कांग्रेस का कोलकत्ता अधिवेशन - एनी बेसेंट (पहली महिला अध्यक्ष )​


► बालगंगाधर तिलक - 

       

• गरमदलीय आंदोलन का पिता कहा जाता है

•"स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और उसे में लेकर रहूँगा "

• साप्ताहिक पत्रिका -"केसरी" और "गीता रहस्य" नामक ग्रन्थ लिखा |

• भारतीय अशांति के जनक है  - वी चिरोल

•महाराष्ट्र में गणपति उत्सव आरंभ करने का श्रेय भी बालगंगाधर तिलक को ही जाता है |


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