भौतिकी के कुछ महत्वपूर्ण सिद्धांत

भौतिकी के कुछ महत्वपूर्ण सिद्धांतFor NTPC,GROUP D,SSC,SUPER TET,STET,KVS,JNV,DSSSB etc


  • आरकिमेड्स प्रिंसिपल (सिद्धांत) - यह बताता है कि जब एक बॉडी को पूरी तरह या आंशिक रूप से एक तरल में डुबोया जाता है, वह ऊपर की ओर थ्रस्ट (जोर) का अनुभव करती है जो इसके द्वारा हटाये गए तरल के वज़न के बराबर होता है। इसलिए, शरीर को अपने वजन का एक हिस्सा जैसे खो गया हो लगता है। वजन में यह कमी बॉडी द्वारा हटाये गए तरल के वजन के बराबर होती है।
  • ऑफबौ प्रिंसिपल - यह बताता है कि एक अनउतेजित परमाणु में, इलेक्ट्रॉनस उनके लिए उपलब्ध सबसे कम ऊर्जा वाले ऑर्बिटल में रहते है।
  • आवोगाड्रो लॉ - यह बताता है कि तापमान और प्रेशर की सामान परिस्थितियों में सभी गैसों की बराबर मात्रा में, मॉलिक्यूल्स की बराबर संख्या होती है।
  • ब्राउनियन मोशन - यह छोटे ठोस कणों द्वारा प्रदर्शित किया जाने वाला टेढ़ा-मेढ़ा, अनियमित मोशन है जो उन्हें तरल या गैस में डालने पर तरल या गैस के मॉलिक्यूल द्वारा अनियमित बमबारी की वजह से होता है।
  • बरनॉली प्रिंसिपल - यह बताता है कि जब बहता हुआ तरल पदार्थ, तरल या गैस, की गति बढ़ जाती है, तो तरल पदार्थ के भीतर का प्रेशर कम हो जाता है। एक हवाई जहाज के पंख पर एरोडायनेमिक (वायुगतिकीय) लिफ्ट के हिस्से को भी इस सिद्धांत से समझाया जा सकता है।
  • बोयल्स लॉ - यह बताता है कि यदि तापमान स्थिर रहे, तो दिए गए गैस के मास का वॉल्यूम गैस के प्रेशर के विपरीत रूप से आनुपातिक होता है। इसलिए, पी.वी = के (स्थिर) जहाँ पी = प्रेशर और वी = वॉल्यूम हैं।
  • चार्ल्स लॉ - यह बताता है कि यदि प्रेशर स्थिर रहे, तो दिए गए गैस के मास का वॉल्यूम, तापमान में प्रत्येक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि या गिरावट के साथ, 0 डिग्री सेल्सियस पर उसके वॉल्यूम के 1/273 हिस्से से बढ़ता या घटता है।
  • कोलम्ब लॉ - यह बताता है कि दो चार्जों के बीच का आकर्षण या प्रतिकर्षण का फ़ोर्स, दोनों चार्जों पर चार्ज की मात्रा के आनुपातिक होता है और उनके बीच की दूरी के वर्ग का विपरीत रूप से आनुपातिक होता है।
  • हीजनबर्ग प्रिंसिपल (अनिश्चितता का सिद्धांत) - एक कण जैसे कि इलेक्ट्रान के दोनों, स्थिति और मोमेंटम को एक साथ सटीकता से निर्धारित कर पाना असंभव होता है।
  • गे-लूस्साकस लॉ ऑफ़ कम्बाइनिंग वॉल्यूम्स - गैसें आपस में वॉल्यूम में उनके साथ प्रतिक्रिया करती हैं जो एक दूसरे के साथ और एक दूसरे के प्रोडक्ट के वॉल्यूम के साथ भी सरल होल नंबर रेश्यो बनाती हों, यदि गैसीय है तो - जब वॉल्यूम तापमान और प्रेशर की सामान परिस्थितियों में मापी जाए।
  • ग्राहम्स लॉ ऑफ़ डिफ्यूजन - यह बताता है कि गैसों के प्रसार का दर तापमान और प्रेशर की सामान परिस्थितियों के अन्तर्गत उनकी डेंसिटी के स्क्वायर रूट के विपरीत आनुपातिक होता है।
  • केप्लर्स लॉ - प्रत्येक ग्रह सूर्य के चारों ओर एक अंडाकार ऑर्बिट में सूर्य को एक केंद्र बनाकर घूमते हैं। सीधी रेखा जो सूर्य और ग्रह को जोड़ती है वह बराबर अंतराल में बराबर के क्षेत्रों को कवर करती है। ग्रहों के ऑर्बिटल पीरियड का दुगना सूर्य से उनकी औसत दूरी के क्यूब के आनुपातिक होता है।
  • लॉ ऑफ़ फ्लोटेशन - एक बॉडी को तैराने के लिए, निम्न शर्तों को पूरा करना चाहिए:a. बॉडी के वजन को हटाये गए पानी के वजन के बराबर होना चाहिए।b. बॉडी का और हटाये गए तरल का गुरुत्वाकर्षण केंद्र एक ही सीधी रेखा में होना चाहिए।
  • लॉ ऑफ़ कंज़र्वेशन ऑफ़ एनर्जी - यह कहा गया है कि ऊर्जा को ना तो बनाया जा सकता है और ना ही नष्ट किया जा सकता है, लेकिन इसे एक रूप से दूसरे में तब्दील किया जा सकता है। चूंकि ऊर्जा को ना तो बनाया जा सकता है और ना ही नष्ट किया जा सकता है, ऊर्जा की मात्रा जो ब्रह्मांड में मौजूद है हमेशा स्थिर रहती है।
  • न्यूटन्स फर्स्ट लॉ ऑफ़ मोशन - एक रुकी हुई वस्तु रुकी हुई ही रहती है, और एक चलती हुई वस्तु चलती हुई ही रहती है, सीधी रेखा में उसी दिशा और गति के साथ, जब तक उसपर कोई बाहरी फ़ोर्स काम ना करे।
  • न्यूटन्स सेकंड लॉ ऑफ़ मोशन - एक बॉडी के मोमेंटम के परिवर्तन का दर लगाए जाने वाले फ़ोर्स के आनुपातिक होता है और उसी दिशा में होता है जिसमें फ़ोर्स लगाया जा रहा होता है।
  • न्यूटन्स थर्ड लॉ ऑफ़ मोशन - हर क्रिया के लिए बराबर और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।
  • न्यूटन्स लॉ ऑफ़ ग्रैविटेशन - मैटर के सभी कण एक दूसरे को जिस फ़ोर्स से आकर्षित करते हैं वह उनके मॉसिस के गुणा के आनुपातिक होता है और उनके बीच की दूरी के दुगने का विपरीत आनुपातिक होता है।
  • ओम्स लॉ - यह बताता है कि एक कंडक्टर के माध्यम से दो पॉइंट के बीच से गुजरने वाला करंट, उन दो पॉइंट के पोटेंशियल डिफरेंस के आनुपातिक होता है, लेकिन केवल तब जब कंडक्टर की फिजिकल स्थिति और तापमान आदि में कोई परिवर्तन ना आये।
  • पाउली एक्सक्लूजन प्रिंसिपल - यह बताता है कि एक एटम या मॉलिक्यूल में कोई भी दो इलेक्ट्रान के पास एक सी ही क्वांटम संख्या का सेट नहीं होता है।
  • रमन इफ़ेक्ट - यह वेवलेंथ में परिवर्तन होता है जो तब होता है जब एक पारदर्शी माध्यम में एटम्स या मॉलिक्यूल्स द्वारा प्रकाश फ़ैल जाता है।
  • टिण्डल इफ़ेक्ट - गैस या तरल पदार्थ में निलंबित बहुत छोटे कणों द्वारा प्रकाश का फैलना ।
  • एक टिप्पणी भेजें

    0 टिप्पणियाँ